Latest shayeri anchaha safar

बहुत बड़ी चाह ,अनचाहा है सफर
टाइम कम , बड़ी लंबी है डगर
वही हसर, सबका होना है
इस मिट्टी से ही बना, इस मिट्टी में ही खोना है
ना हंसना है, ना रोना है
यही सजा हुई है तैयार
तेरा गलत था ,मेरी बेपरवाहियों का हो जाना शिकार
आसार आज भी धुंधले है
पर रिजल्ट पूरा मिलेगा
जहाँ सूरज छिपेगा
वही मेरा साया डलेगा ।
Latest shayeri anchaha safar Latest shayeri anchaha safar Reviewed by Amar Nain on 10/26/2018 Rating: 5

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