Latest shayari on life जिंदगी पार्ट-2
परेशान जिंदगी में मैंने
अब जीने का सलीका बदल दिया
कुछ बुरा भुला दिया और
कुछ अच्छा फिर से याद कर लिया
परेशान भी होता नहीं क्योंकि मैंने दिल को समझा लिया
और मुस्कुरा कर हर दिक्कत को हैरान कर दिया
मैंने रोना छोड़ दिया ,वक़्त रहते देर से सोना छोड़ दिया
अब सहमती नहीं कलम हाथों में
क्योंकि मैंने खुद को कमजोर समझना छोड़ दिया
अब जिस ढंग में भी गुजरेगी जिंदगी
तालीम ओर होगी
मैं जिसके लिए लिखता था वो परेशानी तुम नहीं हो
तो शायद कोई ओर होगी
फिर से चलेगा सिलसिला नया ,वही जिंदगी पार्ट वन-टु
मेरी गलतियो से सीख लो दोस्तों मत किया करो अनबन तुम
अगर वक़्त रहते सोचा होता तो जिन्दगी खुशहाल होती
और संग रहते तुम दो
अब जीने का सलीका बदल दिया
कुछ बुरा भुला दिया और
कुछ अच्छा फिर से याद कर लिया
परेशान भी होता नहीं क्योंकि मैंने दिल को समझा लिया
और मुस्कुरा कर हर दिक्कत को हैरान कर दिया
मैंने रोना छोड़ दिया ,वक़्त रहते देर से सोना छोड़ दिया
अब सहमती नहीं कलम हाथों में
क्योंकि मैंने खुद को कमजोर समझना छोड़ दिया
अब जिस ढंग में भी गुजरेगी जिंदगी
तालीम ओर होगी
मैं जिसके लिए लिखता था वो परेशानी तुम नहीं हो
तो शायद कोई ओर होगी
फिर से चलेगा सिलसिला नया ,वही जिंदगी पार्ट वन-टु
मेरी गलतियो से सीख लो दोस्तों मत किया करो अनबन तुम
अगर वक़्त रहते सोचा होता तो जिन्दगी खुशहाल होती
और संग रहते तुम दो
Latest shayari on life जिंदगी पार्ट-2
Reviewed by Amar Nain
on
2/01/2019
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